Saturday, June 9, 2018

पाऊस

पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

 गाजतो नभात

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

भिनतो अंगात

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

 गुंततो  मनात

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

गर्जतो पर्वती

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

चमके उन्हात

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

खेळतो अंगणी

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

लाजतो लोचनी

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

रुजतो रानात

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

गुंजतो आकाशी

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

स्पंदतो हृदयी

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

फुलतो फुलात

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

रडतो एकटा

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

झुंजतो गडावरी

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

अंबरी निनादतो

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

नाचतो  मोरासवे

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

सजतो दवात

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

रोमांच ऱोमात

पाऊस पहिला
.

पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

भिजतो डोळ्यात

पाऊस पहिला


पाऊस पहिला

पाऊस पहिला

विरतो स्वप्नात

पाऊस पहिला....

Saturday, August 4, 2012

कमरीया

चुनरी तेरी सरके तो
दिल ये मेरा धड के

कातिल जवानी ,  काटे  तेरी
जिगर के मेरे टुकडे

झुट नही बोलता मै
जिया मे  आग  लग जाये

तेरी कमरीया, कमरीया
कमाल जब दिखाए......


लम्बे बाल तेरे ऐसे
जैसे साप काले.....

जहर भरा डंख  मारे
नैना ये मतवाले,,......
..
.
.

सलाम करे सारी दुनिया
जंहा
नजर तेरी झुक जाये

उठ दिल मे हल्की लेहर
जो
एक बार मुस्कुराये

झुट नही बोलता मै
जिया मे  आग  लग जाये

तेरी कमरीया, कमरीया
कमाल जब दिखाए......


.
.
जादु करे तेरी  अदा
जिस्म तेरा खुशबु सा....

मेह्काये सबको तेरा
आंचल ये बादल सा.....



अंगारे होटों के हुस्न की
बारिश जब बरसाये

सावन भी रुके जरा
मदहोश वो भी हो जाये

झुट नही बोलता मै
जिया मे  आग  लग जाये

तेरी कमरीया, कमरीया
कमाल जब दिखाए......
हौसला हॅ  इस  जिगर मे
जितना हॅ हर सफर मे

मुश्कीले हॅ अन्जान सी
राहे भी हॅ  गुमनाम सी

ढुन्ढ  सदा  ये मन मेरा
मन्झिले वो चट्टान सी

आता नही पर हाथ मे
जिसका मुझे  हॅ इक जुनुन

शान्ती सी हॅ बागो मे भी
खिलता नही क्यु ये कमल

ये बात ही कुच और हे
जीवन की जो इक डोर हॅ

हॅ  शोर  सा जज्बात मे
फिर  भी सभी खामोश हॅ

फिर  भी सभी खामोश हॅ

दिन  आयेगा
इक दिन मेरा

खिलता कमल
मुसकायेगा

खो  जायेन्गे
 सब दरमियान

छु के मुझे
दामन मेरा

केहते हुए
आयेन्गे  सब

ओ मेहेरबान
ओ मेहेरबान

हॅ  जीत  आखिर तेरी
चट्टान हॅ  साहिल तेरी

बस तु ही हॅ ,  सागर तेरा
बस तु ही हॅ , बिखरा हुआ

और  कुच नही, दिन रात मे
बस तु ही हे ,  सुरज तेरा

बस तु ही हे ,  सुरज तेरा
बस तु ही हे ,  सुरज तेरा